Annual Day Celebration Theme- “VASUDHAV KUTUMBKAM”

बाल भारती पब्लिक स्कूल निशातपुरा में संपन्न हुआ वार्षिकोत्सव एवं पुरस्कार वितरण समारोह 

बाल भारती पब्लिक स्कूल निशातपुरा का अट्ठाइसवां वार्षिकोत्सव ‘वसुधैव कुटुंबकम’ का आयोजन दिनांक 30 नवंबर को बी.एच. ई. एल.के सभागार  में प्राचार्य श्री कुलदीप सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का प्रारंभ मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि एवं अन्य सम्मानीय अतिथियों का स्वागत एवं अभिनंदन, पुष्प गुच्छ भेंट एवं दीप प्रज्वलन द्वारा हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्री महान भारत सागर (पूर्व महानिदेशक मध्य प्रदेश पुलिस)  जो कि वर्तमान में वाईस चेयरमैन जन परिषद पद पर पदस्थ हैं सुशोभित रहे। विद्यालय के चेयरमैन श्री लक्ष्यवीर सहगल एवं सचिव सुश्री आशा प्रभाकर विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करने एवं कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने हेतु दिल्ली से पधारे।प्रत्येक विद्यालय में वार्षिकोत्सव एक त्योहार की तरह मनाया जाता है।हमारे बाल भारती में भी इस वर्ष   वार्षिकोत्सव  बड़े हर्षोल्लास से मनाया गया।कार्यक्रम में अभिभावकगण व शहर के कई गणमान्य व्यक्ति समारोह स्थल पर पहुंचे और कार्यक्रम का आनंद उठाया। कार्यक्रम का शीर्षक था’ वसुधैव कुटुम्बकम्’  यह एक संस्कृत वाक्यांश है जो महा उपनिषद जैसे हिंदू ग्रंथ में पाया जाता है जिसका अर्थ है संपूर्ण विश्व एक परिवार है, जो कि आज भी प्रासंगिक है क्योंकि यह वैश्विक परिप्रेक्ष्य पर ज़ोर देता है। व्यक्तिगत और पारिवारिक हितों पर सामूहिक भलाई को प्राथमिकता देता है। इसी को आधार मानकर विद्यालय के प्राथमिक विभाग से लेकर कक्षा 12 वीं तक के लगभग 600 बच्चों ने भाग लिया एवं रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।छात्रों को संबोधित करते हुए माननीय मुख्य अतिथि श्री महान भारत सागर जी ने छात्रों के उत्कृष्ट प्रदर्शन एवं उपलब्धियों की प्रशंसा करते हुए उनका उत्साहवर्धन किया एवं उत्कृष्ट परीक्षा परिणाम के साथ- साथ छात्रों के कौशल विकास के लिए इस तरह की गतिविधियों को प्रोत्साहित किया। स्कूल के प्राचार्य श्री कुलदीप सिंह जी ने विद्यालय का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय की सचिव सुश्री आशा प्रभाकर ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों को धन्यवाद देते हुए छात्रों के उत्कृष्ट प्रदर्शन की प्रशंसा की एवं स्कूल की निरंतर प्रगति हेतु अभिभावकों एवं रेलवे समिति के सदस्यों से सहयोग की अपेक्षा की। अंत में राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम की समाप्ति की घोषणा की गई।